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DBT AGRICULTURE BIHAR
डीबीटी क्या है? (WHAT ID DBT)
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डीबीटी का मतलब डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT FULL FORM DIRECT BENEFIT TRANSFER) है। डीबीटी (DBT) एक वित्तीय सहायता है जिसे सरकार द्वारा चयनित आवेदकों के बैंक खातों में सीधे सब्सिडी और अन्य दूसरे लाभों को स्थानांतरित करने के लिए किया जाता है। डीबीटी का प्राथमिक उद्देश्य बिचमनिया को खत्म करना और यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी लाभ इच्छित प्राप्तकर्ताओं तक सकारात्मक (POSITIVE) और पारदर्शी रूप से पहुंचे। यह अर्थव्यवस्था को बढ़ाने की सरकार की शक्ति (POWER) है।
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लाभार्थियों की पहचान:
बिहार सरकार विभिन्न सब्सिडी का लाभ लेने के लिए पात्र लाभार्थियों की पहचान करती है। इन लाभार्थियों में एक व्यक्ति, परिवार, समुह और व्यवसाय शामिल हो सकता है। साधरणतः आधार या विशिष्ट पहचान संख्या (यूआईडी) लाभार्थियों का पहचान होता है। :
सामान्यतः डीबीटी (DBT) में लाभार्थियों के विशिष्ट पहचान के लिए (भारत में) आधार और पैन (पैन) जैसी विशिष्ट पहचान प्रणाली का उपयोग करते हैं। आधार एक 12 अंकों की और पैन एक 10 अंको बायोमेट्रिक पहचान संख्या है, जो व्यक्तियों को उनकी जनसांख्यिकीय या बायोमेट्रिक जानकारी से जोड़ती है और उसे विशिष्ट पहचान देती है ।
बैंक खाता (अनिवार्य):
लाभार्थियों के पास एक बैंक खाता होना अति आवयश्क है जहां सब्सिडी या लाभ धनराशि सीधे स्थानांतरित की जाती है। यह वित्तीय समावेश को बढ़ावा देता है और यह सुनिश्चित करता है कि धनराशि दूरदराज के क्षेत्रों तक भी पहुंचे जिससे समाज और देश के विकास हो और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सब्सिडी का लाभ मिल सके ।
नामांकन और लिंकिंग:
आवदेन के बाद चयनित लाभार्थियों को डीबीटी प्रणाली में नामांकित किया जाता है, और उनके आधार संख्या, पैन संख्या या किसी अन्य विशिष्ट पहचानपत्र उनके बैंक खातों से जुड़े होते हैं। यह लाभार्थी के साथ सुनिश्चित करता है कि धनराशि सही लाभार्थी के बैंक खातों में स्थानान्तरित की जाए।
सरकारी विभाग और योजनाएँ:
साधारणतः (भारत में) सरकारी विभाग और मंत्रालय अपनी-अपनी योजनाओं और कार्यक्रमों के लिए डीबीटी लागू कर रहे हैं। ये योजनाएं कई क्षेत्रों को कवर कर रही है, जैसे शिक्षा, एग्रीकल्चर, व्यवसाय, खाद्य सामग्री, स्वास्थ्य, पर्यावरण, अनुसंधान और विज्ञान, एलपीजी (रसोई गैस), और बहुत कुछ।
रकम का आवंटन:
सरकार अपने वार्षिक या चयनित समय के लिए बजट में इन कार्यक्रमों में चयनित लाभारतीयों के लिए धनराशि आवंटित करती है। फिर धनराशि को साधारणतः इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सिस्टम के माध्यम से डीबीटी के लिए जिम्मेदार केंद्रीय/प्रांतीय एजेंसी या सरकारी/गैरसरकारी मान्यता प्राप्त एजेंसी हस्तांतरित करती है।
वितरण:
एक बार धनराशि आवंटित होने के बाद, एजेंसी धनराशि को सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्थानांतरित करता है और यह सुनिश्चित करता है की राशि लाभार्थियों के बैंक खातों में पहुँच गया है। यह स्थानांतरण आम तौर पर एक नियमित समय पर नियमित समय के लिए होता है, जिससे सरकार यह सुनिश्चित करता है कि लाभार्थियों को समय पर उनका लाभ प्राप्त हुआ है।
निगरानी और पारदर्शिता:
डीबीटी सिस्टम में हमेशा धन के प्रवाह की निगरानी और ट्रैकिंग की जाती है जिसके लिए बहुत सारे तंत्र/अनुक्रम शामिल हैं। लाभार्थी अपने खाते की राशि और लेनदेन की जांच कर सकते हैं, जिससे बैंक खाते के लेन-देन में पारदर्शीता रहेगी और भ्रष्टाचार या धोखाधड़ी की संभावना बहुत कम हो जाएगी।
डीबीटी (DBT) के लाभ:
- लक्षित वितरण: DBT AGRICULTURE BIHAR यह सुनिश्चित करता है कि सब्सिडी का लाभ केवल इच्छित लाभार्थियों तक पहुंचें, जिससे धोखाधड़ी की गुंजाइश खत्म हो जाए।
- पारदर्शिता: DBT AGRICULTURE BIHAR (डीबीटी) प्रक्रिया अत्याधिक पारदर्शी है, क्योंकि लाभार्थी अपने भुगतान को ट्रैक और प्राप्त राशि को खुद सत्यापित कर सकते हैं।
- वित्तीय समावेशन: DBT AGRICULTURE BIHAR सब्सिडी लोगों को बैंक खाते खोलने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिससे वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिलता है।
- लागत बचत: DBT AGRICULTURE BIHAR लाभ के भौतिक वितरण से जुड़ी प्रशासनिक लागत कम हो जाती है।
- तेज़ संवितरण: DBT AGRICULTURE BIHAR धन का समय पर संवितरण सुनिश्चित करता है, जो आपात स्थिति में या महत्वपूर्ण कल्याण आवश्यकताओं के लिए महत्वपूर्ण है।
- भ्रष्टाचार में कमी: DBT AGRICULTURE BIHAR लाभार्थी के बैंक खाते में राशि के वितरण होने से भ्रष्टाचार और बिचौलियों के अवसरों को खत्म करता है। यह सरकार की सकारात्मक (POSITIVE)पहल है ।
डीबीटी (DBT) के लाभ की जानकारी
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विभिन्न देशों में डीबीटी के माधयम से सरकारी धन का उपयोग जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए प्रभावी ढंग से कर रही है। जिससे लोकहित और समाज के नवनिर्माण में सहायता मिलेगी और नए तकनीक को भी सुनिश्चित करेगी।
FAQ (FREQUENTLY ASKED QUESTION) ABOUT DBT BIHAR AGRICULTURE
बिहार की कृषि नीति क्या है?
राज्य में कृषि नीति का उद्देश्य प्रमुख फसलों की उत्पादकता में वृद्धि करना है ताकि इसे राष्ट्रीय औसत के करीब लाया जा सके। बाज़ारों के खुलने से प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उत्पादन में वृद्धि आवश्यक हो गई है। सिद्ध अनुसंधान और विकास प्रयासों को अपनाना और लोकप्रिय बनाना भी निती का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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