BIHAR AGRO

PM Modi in Ayodhya 2023: अयोध्या के रास्ते देश तक पहुंचने की कोशिश, रोड शो में दिखा अलग-अलग राज्यों का प्रतिनिधित्व

PM Modi Ayodhya- इस अयोध्या दौरे में पीएम ने अयोध्या के जरिए पूरे देश को लुभाने की कोशिश की है। इस रोड शो में भारत की हर संस्कृति और सभ्यता को शामिल करने की कोशिश की गई।

MP modi Ayodhya Road Show

पीएम नरेंद्र मोदी रामनगरी में रोड शो करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री बने। पीएम का रोड शो अद्भुत, अविश्वसनीय व अकल्पनीय रहा। पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए अयोध्या समेत पूरे देश की संस्कृति उमड़ पड़ी। अयोध्या में रोड शो के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी पूरे देश के दिल में उतर गए। देश की जनता ने पीएम मोदी का खुले दिल से अभिनन्दन किया।

एयरपोर्ट पर उतरने के बाद पीएम धर्मपथ के रास्ते अयोध्या में दाखिल हुए। अयोध्या में उनके स्वागत की अद्भुत व्यवस्था की गई थी। पीएम के अभिनंदन के लिए 51 जगहों पर मंच सजाए गए। 12 स्थानों पर संत और धर्मगुरु पुष्पवर्षा कर रहे थे। 23 संस्कृत विद्यालयों के 1895 वैदिक विद्यार्थियों का जगह-जगह वेद मंत्रों और शंख ध्वनि के साथ स्वागत किया गया।

जैसे ही उनकी गाड़ियों का काफिला धर्मपथ पर पहुंचा, वैदिक मंत्रोच्चार और शंखनाद के साथ घोषणा की गई कि पीएम ने अयोध्या में प्रवेश कर लिया है। जब लता मंगेशकर चौक पहुंचीं तो वैदिक मंत्रों का जाप किया गया और पुष्पवर्षा की गई। इससे आगे बढ़ते हुए साधु-संत भगवान राम, लक्ष्मण और सीता के स्वरूपों के साथ उनका स्वागत करने के लिए तैयार थे। पीएम ने संतों को और भगवान के स्वरूपों को प्रणाम किया।

ये भी पढ़ें- खेती क्या है और इसका व्यापक रूप क्या है ? (What is Agriculture) ?

PM Modi Ayodhya – लोक कला प्रस्तुतियों के रंगों से सजी अयोध्या

पीएम मोदी के रोड शो के दौरान 1400 से ज्यादा कलाकारों ने प्रस्तुति दी। लता मंगेशकर चौक पर विशाल मंच बनाया गया। यहां पीएम मोदी के काफिले पर पुष्प तोप से पुष्पवर्षा की गई। एयरपोर्ट के गेट नंबर तीन पर और एयरपोर्ट से साकेत पेट्रोल पंप के बीच पांच प्लेटफार्म संचालित किए गए। शंखनाद और ढोल वादन ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। मथुरा के खजान सिंह एवं महिपाल ने अपनी टीम के साथ बम रसिया की प्रस्तुति से छाप छोड़ी।

इसके अलावा मथुरा के लोकप्रिय “मयूर” नृत्य ने भी कई मंचों की शोभा बढ़ाई। अवधी, वनटांगिया और फरुवाही समेत विभिन्न संस्कृतियों के प्रदर्शन के रंगों से सजी अयोध्या में पलवल (हरियाणा) के बीन-बांसुरी नृत्य और राजस्थान के चकरी नृत्य ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

भारतीय गेहूँ अनुसंधान संस्थान की ओर से ये किस्में हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बिहार के लिए सर्वोत्तम है |

Exit mobile version