Gehu ki variety
Top Wheat variety 2024

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Bharat main Gehu ki Variety : गेहूँ की टॉप किस्मों की पूरी जानकारी | Wheat Variety 2024

सबसे पहले हमारे पाठकों को नमस्कार, स्वागत है Biharagro.com वेबसाइट पर। इस ब्लॉग में, हम (gehu ki variety) भारत में गेहूं की टॉप 10 किस्मों के बारे में बात करेंगे।

हम ये चर्चा करेंगे की कीटों और रोगों के प्रति प्रतिरोधी हो और मिट्टी गुणवत्ता, सिचाई की मात्रा, खाद की मात्रा अनुसार आप कम लागत में ज्यादा उत्पादन कैसे ले सकते है। इसकी पूरी जानकारी और स्मार्ट टिप्स के बारें में जानेंगे। किसानों को गेहूं की खेती (Wheat Farming) के लिए उन्नत किस्मों (Best varieties of wheat) का चयन करने पर ध्यान देने के साथ-साथ सही खेती के तकनीक का उपयोग करना भी बहुत जरुरी है । इससे न केवल उत्पादन में वृद्धि होती है, बल्कि खेती से प्राप्त मुनाफा भी बढ़ता है।

गेहूँ की टॉप किस्में | Top Gehu ki Variety

गेंहू की खेती में (Gehu ki Variety) उन्नत किस्मों का चयन करने से किसान ज्यादा उत्पादन कर सकता है और ज्यादा मुनाफा भी कर सकता है। गेंहू की बेस्ट (Gehu ki Hybrid Variety) ज्यादा उत्पादन देने वाली किस्में (Top wheat variety 2024 list) निचे दिया गया है –

  1. गेहूँ गोल हाइब्रिड किस्म
  2. गेहूँ एमडब्ल्यूएल 6655
  3. गेहूँ मुकुट प्लस (MWL 6278)
  4. श्रीराम सुपर 111 गेहूँ
  5. श्रीराम सुपर 303 गेहूँ
  6. श्रीराम सुपर 252 गेहूँ
  7. सिंजेंटा एसडब्ल्यू-26 गेहूँ
  8. अजीत 109 हाइब्रिड गेहूँ के बीज
  9. अजीत 102 हाइब्रिड गेहूँ के बीज
  10. अजीत 349 हाइब्रिड गेहूँ के बीज

आइये जानते हैं बुवाई के अनुसार गेहूँ की हाइब्रिड किस्में (Gehu Ki Variety)

बुवाई के अनुसार गेहूँ की हाइब्रिड किस्में

गेहूँ की अगेती किस्मेंसमय पर बुवाई वाली गेहूँ की प्रमुख हाइब्रिड किस्मेंगेहूँ की पछेती किस्में
– HD 2967
– WH -542
– UP 2338
– HD 2687
– WH 1105
– देसी गेहूँ C-306
– देवा K 9107
– HP 1731
– राजश्य लक्ष्मी
– नरेन्द्र गेहूँ1012
– उजियार के 9006
– DL 784-3 / वैशाली
– HUW 468,
– HUW 510
– HD 2888/2967/2824
– UP 2382
– PBW 443 / 343
– तेजस
– त्रिवेणी के 8020
– सोनाली HP 1633
– HD 2643
– गंगा,
– DVW 14
– HP 1744
– नरेन्द्र गेहूँ 1014/2036/1076
– UP 2425/ K 9423/ K 9903,
– HW 2045
– PBW 373/ 16 
Gehu ki Variety 2024

कम सिंचाई वाली जगह में होनेवाले गेहूँ के बीज की किस्में (Gehu Ki Variety)

  • मगहर K 8027
  • HDR 77
  • इंद्रा K 8962
  • गोमती K 9465, K 9644
  • मन्दाकिनी K 9251

अच्छी सिंचाई वाली जगह में होनेवाली गेहूँ की किस्में (Gehu Ki Variety)

  • सोनाली HP-1633
  • HD 2643
  • त्रिवेणी ब्रांड
  • DL 784-3/वैशाली

क्या है संकर गेहूँ वैरायटीयों का प्रति हेक्टेयर उत्पादन ?

फसल की स्थति का समय उत्पादन/हेक्टेयर
असिंचित दशा 35-40 कुंतल35-40 क्विंटल
सिंचित दशा55-60 क्विंटल
सिंचित, देर से बुवाई 40-45 क्विंटल
हल्की उसरीली भूमि25 से 38 क्विंटल
अच्छी वैरायटी को समय से बुवाई और अच्छी देखरेख60 से 85 तक
Approximate figure

ये भी पढ़ें- खेती क्या है और इसका व्यापक रूप क्या है ? (What is Agriculture) ?

2024 की गेहूँ की नई किस्में (Gehu Ki Variety)

2023-24 में गेहूँ की नई विकसित बीज – पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, बिहार के लिए तीन नई किस्में

  • DBW-296 (डीबीडब्ल्यू-296)
  • DBW-327 (डीबीडब्ल्यू-327)
  • DBW-332 (डीबीडब्ल्यू-332)

भारत में प्रचलित गेहूँ के कुछ वैरायटीयों (Gehu Ki Variety) के नाम।

  • – लोकवन
  • – पुसा तेजस/pusa tejas gehun
  • – हाइब्रिड गेहूँ 8713
  • – गेहूँ संकर किस्म 2967
  • – गेहूँ संकर किस्म 3086
  • – गेहूँ 343
  • – मगहर K 8027
  • – करण नरेन्द्र
  • – पूसा यशस्वी
  • – करण श्रिया
  • – करन वंदना
  • – इंद्रा K 8962
  • – गोमती K 9465, K 9644
  • – मन्दाकिनी K 9251
  • – गेहूँ 1105 किस्म
  • – गेहूँ 3226U P 2382, 2425, K 9423, K 9903
  • – PBW443 और  343
  • – संकर किस्म 1544
  • – गेहूँ बीज 322
  • – देवा K 9107
  • – H P 1731, 1744
  • – राजश्य लक्ष्मी
  • – नरेन्द्र गेहूँ 1012, 1014, 2036, 1076
  • – उजियार K 9006
  • – D L 784-3 / वैशाली
  • – HUW – 468 HUW – 510
  • – H D 2888 और 2967, 2824 ,2643
  • – त्रिवेणी K 8020
  • – सोनाली
  • – गंगा
  • – DVW 14

ये सभी गेहूँ की किस्में (Gehu Ki Variety) ज्यादा उत्पादन देने वाली गेहूँ के उन्नत बीजों के रूप में भारतीय बाजारों में बिक रही है |

गेहूँ की सबसे बढ़िया किस्में (Gehu Ki Variety)?

आज की दौड़ में हर संस्थान और कंपनी अच्छे बीज विकसित कर सर्वोत्तम किस्म का दावा कर रही है। लेकिन उस विविधता के लिए हर एक कारक का पूरा होना आवश्यक है। अत: अच्छे उत्पादन के लिए अपने क्षेत्र में प्रचलित एवं कृषि संस्था द्वारा मानकीकृत बीज ही बोना चाहिए।

सबसे अधिक उपज देने वाला गेहूँ ?

उत्पादन में सबसे बड़ी चीज़ उपज है – यह खेत और मौसम, जलवायु परिस्थितियों पर निर्भर करता है – आज अधिक से अधिक गेहूँ के बीज का उत्पादन किया जा रहा है जिससे आप प्रति हेक्टेयर 80 क्विंटल से अधिक का उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं ।

  • डीडीडब्ल्यू 47
  • करण नरेंद्र (करण नरेंद्र गेहूँ बीज)
  • पूसा यशस्वी गेहूँ का बीज
  • करण श्रिया (करण श्रिया गेहूँ बीज)
  • करण वन्दना गेहूँ बीज

गेहूँ की अधिक उपज देने वाला बढ़िया किस्में ?

1. गेहूँ मुकुट प्लस (MWL 6278) –

गेहूँ मुकुट प्लस (MWL 6278) यह गेहूँ की एक प्रमुख किस्म है जो 125-130 दिनों में पक जाती है। इसमें प्रचुर मात्रा में कलियाँ फूटने की विशेषता होती है, जिसके कारण यह अन्य गेहूँ से भिन्न होता है। इसके पुष्पगुच्छ मोटे और लंबे होते हैं, जो इसकी सुंदरता को विशेष रूप से बढ़ाते हैं। इसके बीज चमकदार होते हैं और इससे बनी रोटी बहुत स्वादिष्ट होती है. यह गेहूँ रोगों के प्रति प्रतिरोधी है और इसकी उपज क्षमता अधिक है।

2. गेहूँ गोल हाइब्रिड किस्म –

गेहूँ की गोल संकर किस्म, इसकी परिपक्वता 130-135 दिन में होती है। इसके पौधों की ऊंचाई 98-105 सेमी होती है और इसमें कलियाँ प्रचुर मात्रा में निकलती हैं। इसके कांटे लंबे होते हैं और दानों का रंग एम्बर होता है। इसके घेरे लंबे होते हैं और इसके दाने मोटे और मोटे होते हैं। यह जंग के प्रति सहनशील है और इसके दाने की गुणवत्ता चपाती बनाने के लिए आदर्श है।

3. गेहूँ एमडब्ल्यूएल 6655 –

गेहूँ MWL 6655 125-130 दिनों में पकने वाली एक उत्कृष्ट गेहूँ किस्म है। इसके दानों का रंग एम्बर होता है और यह दिखने में मध्यम बोल्ड होता है। इसकी बीज दर कम होती है, जिसके कारण यह अधिक चारा उपलब्ध कराता है और किसानों को अतिरिक्त लाभ भी देता है। इससे पौधों में अधिक कलियाँ निकलती हैं तथा प्रति पुष्पगुच्छ में बीजों की संख्या अधिक होती है, जिससे इसकी उपज बढ़ जाती है। इसकी पैदावार अधिक होती है और बाजार में अच्छी कीमत दिलाने में मदद मिलती है. यह रतुआ रोग के प्रति सहनशील है तथा इससे बनी रोटी स्वादिष्ट होती है।

4. श्रीराम सुपर 111 गेहूँ –

श्रीराम सुपर 111 गेहूँ एक उत्कृष्ट गेहूँ किस्म है जो भूरा रतुआ रोग के प्रति अत्यधिक सहनशील है। इसके दाने आकर्षक, चमकदार एवं बोल्ड होते हैं तथा प्रति 1000 दानों का वजन 52 ग्राम होता है। इसमें प्रति स्पाइक में बड़ी संख्या में चमकीले और मोटे दाने होते हैं, और इसके सिरे गर्मी सहन करने वाले होते हैं, जो इसे जल्दी और देर से बोने के लिए उपयुक्त बनाते हैं। इसकी बुआई का समय सितम्बर-अक्टूबर में होता है।

5. श्रीराम सुपर 303 गेहूँ –

श्रीराम सुपर 303 गेहूँ एक प्रमुख गेहूँ किस्म है जो भूरा रतुआ और पत्ती धब्बा रोगों के प्रति सहनशील है। इसकी बुआई की गहराई 5 सेमी है और यह मजबूत कल्ले फूटती है और काटने के प्रति सहनशील है, जो इसे जल्दी और देर से बुआई दोनों के लिए उपयुक्त बनाती है। इसकी बुआई का मौसम रबी है और इसकी बुआई विधि ड्रिलिंग है। बुआई की दूरी 20 सेमी x 10 सेमी है और इसमें आकर्षक, चमकदार और बोल्ड दाने हैं और स्पाइक भरने की अवधि 99 दिन है।

6. श्रीराम सुपर 252 गेहूँ –

श्रीराम सुपर 252 गेहूँ की विशेषता उच्च अनुकूलनशीलता और उच्च कल्ले निकलने के साथ जल्दी और देर से बुआई के लिए उपयुक्तता है। इसके दाने मोटे, बड़े और सुनहरे होते हैं और इसकी ऊंचाई फसल की उचित ऊंचाई के भीतर होती है, जिससे यह गेहूँ के खेत में पसंदीदा बीज बन जाता है और मजबूत बालियों के कारण इस किस्म में गिरने की कोई शिकायत नहीं होती है।

7. सिंजेंटा एसडब्ल्यू-26 गेहूँ –

सिंजेंटा एसडब्ल्यू-26 गेहूँ एक विशेष शोध किस्म है। इसकी लंबाई मध्यम होती है, जो 90 से 95 सेंटीमीटर तक हो सकती है। इसके दाने चमकदार और मोटे होते हैं। यह किस्म उच्च तापमान और सूखे को सहन करने की क्षमता रखती है। सिंजेंटा एसडब्ल्यू-26 में कोई कीट या फंगल रोग नहीं लगते, जिसके कारण यह किस्म किसानों को बंपर पैदावार दे सकती है। गेहूँ की यह किस्म सिंचित क्षेत्रों के लिए सबसे उपयुक्त है। रेतीली मिट्टी में इस किस्म के अच्छे परिणाम देखने को नहीं मिलते. इस किस्म की नाली मोटी होती है, जिसके कारण यह किस्म गिरने के प्रति सहनशील होती है।

8. अजीत 109 हाइब्रिड गेहूँ के बीज –

अजीत 109 हाइब्रिड गेहूँ यह 105-110 दिनों की परिपक्वता अवधि वाली एक उत्कृष्ट संकर गेहूँ बीज किस्म है। इसके पौधे की ऊंचाई 90-100 सेमी होती है और इसके दानों का रंग आकर्षक एम्बर होता है और ये मध्यम मोटे होते हैं। प्रति गुच्छा 45-50 दाने होते हैं और उपज क्षमता 45-50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पहुँच सकती है। इसकी उपज उच्च स्थिरता वाली है और यह नमी और तनाव के प्रति सहनशील है। यह पत्ती और तने के जंग के प्रति भी सहनशील है।

9. अजीत 102 हाइब्रिड गेहूँ के बीज –

अजीत 102 हाइब्रिड गेहूँ यह 100-102 दिनों की परिपक्वता अवधि वाली हाइब्रिड गेहूँ की बीज किस्म है। इसके पौधे की ऊंचाई 80-90 सेमी होती है और इसके दाने आकर्षक एम्बर रंग के और मीडियम बोल्ड होते हैं। प्रति गुच्छा 40-45 दाने होते हैं और उपज क्षमता 50-55 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पहुँच सकती है। यह कीटों के प्रति सहनशील है और इसकी उपज क्षमता अधिक है। यह नरम और स्वादिष्ट चपाती बनाने के लिए उपयुक्त है और बाजार में इसकी ऊंची कीमत है। इसमें न्यूनतम सिंचाई में भी अधिक उपज देने की क्षमता है और यह जंग रोगों के प्रति प्रतिरोधी है।

10. अजीत 349 हाइब्रिड गेहूँ के बीज –

अजीत 349 हाइब्रिड गेहूँ यह 135-140 दिनों की परिपक्वता अवधि वाली हाइब्रिड गेहूँ की एक उत्कृष्ट बीज किस्म है। इसके पौधों की ऊंचाई 80-90 सेमी तथा प्रति गुच्छा 45-50 दाने होते हैं। इस किस्म की उपज क्षमता अधिक है, जिससे प्रति हेक्टेयर 65-70 क्विंटल उपज प्राप्त की जा सकती है. यह कीटों और रोगों के प्रति सहनशील है और इसकी उच्च उपज क्षमता इसे विशेष बनाती है।

गेहूँ की कौन सी किस्में अधिक उपज देती हैं?

मुकुट प्लस (MWL 6278), गोल हाइब्रिड, MWL 6655, श्रीराम सुपर 111, श्रीराम सुपर 303, श्रीराम सुपर 252, सिंजेंटा SW-26, अजीत 109, और अजीत 102 गेहूँ की किस्में।

सिंचित क्षेत्रों के लिए गेहूँ की कौन सी किस्म सबसे उपयुक्त मानी जाती है?

सिंजेंटा एसडब्ल्यू-26 सिंचित क्षेत्रों के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।

गेहूँ की पैदावार बढ़ाने के लिए कौन सी किस्में सबसे उपयुक्त हैं?

गेहूँ की उपज बढ़ाने के लिए अजीत 349 हाइब्रिड एवं सिंजेंटा एसडब्ल्यू-26 सबसे उपयुक्त हैं।

गेहूँ की कौन सी प्रजातियाँ अगेती और देर से बुआई के लिए उपयुक्त हैं?

गेहूँ की अगेती एवं पछेती बुआई के लिए श्रीराम सुपर 111 एवं अजीत 109 उपयुक्त हैं।

चपाती बनाने के लिए गेहूँ की कौन सी किस्में सबसे उपयुक्त हैं?

गेहूँ की चपाती बनाने के लिए अजीत 102 हाइब्रिड और श्रीराम सुपर 303 अत्यंत उपयुक्त हैं।

गेहूँ की किस्मों की बुआई का समय कब है?

इन किस्मों की बुआई का समय रबी मौसम में होता है।

रेतीली मिट्टी के लिए गेहूँ की कौन सी किस्में उपयुक्त हैं?

सिंजेंटा एसडब्ल्यू-26 गेहूँ रेतीली मिट्टी में उत्कृष्ट परिणाम देता है।

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