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बिहार व यूपी के कृषि मंत्रियों की शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात, किसान कल्याण को लेकर हुई महत्वपूर्ण चर्चा
31 जुलाई 2025, नई दिल्ली: किसानों के लिए राहत भरी खबर सामने आ रही है। फसल बीमा योजना की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 15 अगस्त तक करने पर विचार किया जा रहा है। इस संबंध में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आवश्यक निर्देश जारी किए हैं।
बुधवार को नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में एक अहम बैठक आयोजित हुई, जहां बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा और उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात की। बैठक में दोनों राज्यों के मंत्रियों ने किसानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और कई महत्वपूर्ण सुझाव प्रस्तुत किए।
बताया जा रहा है कि इस बैठक में किसानों की फसल सुरक्षा, योजना, समय पर बीमा लाभ, और राज्यों में कृषि सुधारों पर विशेष जोर दिया गया। अगर डेडलाइन बढ़ाने का निर्णय होता है, तो लाखों किसानों को बीमा कराने का अतिरिक्त समय मिलेगा, जिससे उन्हें नुकसान की स्थिति में आर्थिक सुरक्षा मिल सकेगी।
यह कदम किसानों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो अभी तक फसल बीमा योजना में शामिल नहीं हो पाए हैं।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना में अधिक से अधिक किसानों की भागीदारी का आह्वान (PM KISAN SAMMAN NIDHI YOGNA)
बैठक के दौरान केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे किसानों के हित में योजना को और तेजी से ज़मीन पर उतारें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की प्राथमिकता किसानों को समय पर लाभ पहुँचाना है और इसके लिए सभी विभागों को समन्वित प्रयास करने होंगे।
शिवराज सिंह चौहान ने बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा और उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही से आग्रह किया कि वे 2 अगस्त को होने वाले प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि कार्यक्रम में किसानों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करें। उनका कहना था कि जितने अधिक किसान इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे, उतना ही उन्हें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और योजनाओं का सीधा लाभ मिल सकेगा।
वहीं, इसी दिन केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पटना में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहाँ बिहार के किसान भी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंगे। उन्होंने दोनों राज्यों के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ग्रामीण स्तर तक जानकारी पहुँचाकर अधिक से अधिक किसानों को जोड़ने का अभियान चलाएँ, ताकि कोई भी पात्र किसान इस योजना से वंचित न रह जाए।
उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री ने फसल बीमा योजना की अंतिम तिथि बढ़ाने का प्रस्ताव रखा।

बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने एक महत्वपूर्ण सुझाव रखा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत किसानों के पंजीकरण की अंतिम तिथि को मौजूदा 31 जुलाई से बढ़ाकर 15 अगस्त कर देना चाहिए। उनका मानना था कि इससे अधिक से अधिक किसान इस योजना में शामिल होकर अपनी फसलों को प्राकृतिक आपदाओं और जोखिमों से सुरक्षित कर पाएंगे।
कृषि मंत्री शाही ने बैठक में यह भी कहा कि कई किसान जानकारी की कमी या अन्य कारणों से समय पर पंजीकरण नहीं कर पाते, ऐसे में तिथि बढ़ाने से उन्हें योजना का लाभ लेने का एक अतिरिक्त अवसर मिल सकेगा।
इस सुझाव को सुनते हुए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसे गंभीरता से लिया और तुरंत ही वरिष्ठ अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों के हित में जो भी निर्णय होगा, उसे प्राथमिकता के साथ लागू किया जाएगा।
अगर तिथि बढ़ाई जाती है तो यह निर्णय लाखों किसानों के लिए राहतभरी खबर साबित होगी और उन्हें अपनी फसलें सुरक्षित करने का सुनहरा मौका मिलेगा।
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किसानों के कल्याण के लिए अतिरिक्त सुझाव भी प्रस्तुत किए गए।
बैठक के दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा और उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने किसानों की समस्याओं और कल्याण से जुड़े कई अतिरिक्त सुझाव प्रस्तुत किए। इन सुझावों में फसल बीमा, कृषि उपकरणों की उपलब्धता, सिंचाई सुविधाओं के विस्तार और किसानों को समय पर सहायता राशि उपलब्ध कराने जैसे मुद्दे शामिल थे।

इन पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आश्वासन दिया कि प्रस्तुत सभी बिंदुओं पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए सकारात्मक और त्वरित समाधान निकालना ही सरकार की प्राथमिकता है और इसके लिए जल्द ही ठोस कदम उठाए जाएंगे।
इस अहम बैठक में केंद्रीय कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी समेत मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य राज्यों और केंद्र के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर किसानों के हित में नीतियों को प्रभावी ढंग से लागू करना था।
अगर इन सुझावों पर जल्द अमल होता है, तो किसानों को न केवल आर्थिक राहत मिलेगी बल्कि उनकी खेती की उत्पादकता और आय में भी सुधार देखने को मिलेगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की नई अंतिम तिथि क्या है?
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अंतिम तिथि 31 जुलाई थी, लेकिन इसे बढ़ाकर 15 अगस्त 2025 तक करने का प्रस्ताव रखा गया है।
यह निर्णय किसने लिया है?
यह निर्णय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्यों के कृषि मंत्रियों के सुझाव के आधार पर लिया है।
योजना की अंतिम तिथि बढ़ाने से किसानों को क्या लाभ होगा?
तिथि बढ़ने से अधिक किसान योजना में पंजीकरण कर पाएंगे और फसल नुकसान की स्थिति में बीमा का लाभ ले सकेंगे।
क्या इस योजना में सभी फसलें कवर होती हैं?
हाँ, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ, रबी और वाणिज्यिक फसलों को कवर किया जाता है।
फसल बीमा योजना में पंजीकरण कैसे करें?
किसान नज़दीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC), कृषि कार्यालय या pmfby.gov.in वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त कब जारी होगी?
प्रधानमंत्री 2 अगस्त 2025 को वाराणसी से 20वीं किस्त जारी करेंगे, जो सीधे किसानों के बैंक खाते में जाएगी।
क्या बिहार और यूपी के किसानों को भी लाभ मिलेगा?
हाँ, योजना पूरे देश के किसानों के लिए है और बिहार व उत्तर प्रदेश के किसान भी इसका लाभ उठा सकते हैं।