खरीफ की फसलें भारत में मुख्य रूप से अप्रैल महीने से अगस्त महीने के बीच उगाई जाती हैं। खरीफ की फसलें बरसात के मौसम में बोई जाती हैं और इन्हें मानसून की फसल भी कहा जाता है।
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खरीफ फसल की प्रमुख विशेषताएं | Features of Kharif Crops
खरीफ फसलें उन फसलों को कहा जाता है जिन्हें मानसून के मौसम में बोया या उगाया जाता है, यानी जून से अक्टूबर के बीच। खरीफ फसलें पूरी तरह वर्षा या अधिक जल पर निर्भर होती हैं और गर्म तथा आद्र्र जलवायु में होती हैं।
खरीफ फसल की प्रमुख फसलें


धान:
धान, जो भारत में सबसे ज़्यादा उगाया जाता है, खरीफ़ की मुख्य फ़सल है।
मक्का:
मक्का भी एक महत्वपूर्ण खरीफ़ फ़सल है और इसका इस्तेमाल पशुओं के चारे और खाद्य पदार्थों के लिए किया जाता है।
ज्वार:
ज्वार का इस्तेमाल पशुओं के चारे और खाद्य पदार्थों के लिए भी किया जाता है।
बाजरा:
बाजरा भी एक महत्वपूर्ण खरीफ़ फ़सल है, जिसका इस्तेमाल खाने के लिए किया जाता है।
अरहर:
पुरहर एक दलहनी फ़सल है, जिसका इस्तेमाल दाल बनाने के लिए किया जाता है।
मूंग:
मूंग भी एक दलहनी फ़सल है, जिसका इस्तेमाल दाल और अंकुरित खाद्य पदार्थों के लिए किया जाता है।
काला चना:
उड़द भी एक दलहनी फ़सल है, जिसका इस्तेमाल दाल बनाने के लिए किया जाता है।

कपास:
कपास का इस्तेमाल कपड़े बनाने के लिए किया जाता है।
जूट:
जूट का इस्तेमाल बैग, रस्सी आदि बनाने के लिए किया जाता है।

मूंगफ़ली:
मूंगफ़ली का इस्तेमाल तेल और खाद्य पदार्थों के लिए किया जाता है।
सोयाबीन (Soybean):
सोयाबीन का उपयोग तेल, दाल और खाद्य पदार्थों के लिए किया जाता है।

अन्य सब्जियाँ:
लौकी, तुरई, तरबूज, खीरा, करेला, भिंडी, बैंगन आदि जैसी गर्मियों की सब्जियाँ भी अप्रैल से अगस्त के बीच कुछ क्षेत्रों में उगाई जाती हैं।

धान:

धान, जो भारत में सबसे ज़्यादा उगाया जाता है, खरीफ़ की मुख्य फ़सल है।